मेरा बचपन मेरी मम्मा की नज़र से...

Wednesday, September 21, 2011

आज बहुत दिनों बल्कि महीनो के बाद आपने ही ब्लॉग पर आना हुआ .....हम लोग केलिफोर्निया से यहाँ न्यू जर्सी आए उसके बाद कई बातें ऐसी रही की नियमितता बन ही नहीं पाई . हमारी शिफ्टिंग, ममा की तबियत, मेरा समर केम्प, पापा का नया प्रोजेक्ट बहुत सी बातें है . वैसे भी ममा समर में ब्लॉग से दूर हो जाती है शायद प्रकृति के करीब जा वो सब से दूर हो जाती है . इस बिच मैंने काफी नए दोस्त भी बनाए और नै नै ड्राईंग्स भी और नई जगहों

Thursday, May 12, 2011

फिर जहाँ थे वहीं चले ....!!

इस बार जन्मदिन की धूम बहुत दिन चली . ममा पापा और सभी चाहने वालों ने मिलकर बर्थडे वीक सेलिब्रेट किया . ४थे जन्मदिन पर ४-४ केक काटे गए . डीज़नी लेंड में मिकी और मिनी के साथ .....

फिर स्कूल में सारे फ्रेंड्स और टीचर्स के साथ...

फिर मुझे बहुत बहुत प्यार करने वाली रम्या आंटी, दीप्ती आंटी और मेरे बेस्ट फ्रेंड नीक ने मिलकर सरप्राईज़ अरेंज किया मेरे लिए ...
 
जो की दिल को छू लेने वाले पल थे मेरे और ममा के लिए और सप्ताहांत में हमारे यहाँ रखी गई बर्थ डे पार्टी ....

  
सब कुछ बहुत मज़े से चल रहा था कि पता चला....... पापा अपनी कंपनी के क्लाइंट के जिस प्रोजेक्ट पर यहाँ एल . ए. में आए है,  वो अब ख़त्म हो रहा है . हम लोग तो यहाँ बस २ महीनो के लिए आए थे लेकिन लगभग पूरा एक साल होने को है इस जगह पर , अब मेरा मन भी पूरी तरह लग गया है यहाँ हालांकि न्यू जर्सी में फिर से पुराने साथियों के पास जाने की ख़ुशी भी है लेकिन यहाँ का मेरा स्कूल, मेरी डांस क्लास, मेरी टीचर्स और मेरे सारे फ्रेंड्स बहुत बहुत याद आने वाले है मुझे .....हम लोगो के फ्लाईट टिकिट्स भी हो गए है १७ मई को हमारी एल. ए . से एन . जे . के लिए रवानगी होगी . काफी कुछ बदलाव आने वाले है अगले दिनों में मेरे लिए ....जिनसे मैं कैसे डील करुँगी ममा तो आजकल यही सोचती रहती है !!

Friday, April 29, 2011

आचार्य संजीव 'सलिल 'नानाजी से मिला प्यार भरा आशीष

मेरे ४थे जन्मदिन के उपलक्ष पर आचार्य सलिल नानाजी से भी प्यार भरा आशीर्वाद प्राप्त हुआ . नानाजी का यह उपहारमयी आशीष मेरे इस जन्मदिन की बहुत ही सुन्दर स्मृति बन कर रहेगा . इसे आज आप सभी से भी साँझा कर रही हूँ .....नानाजी आपका प्यार अमूल्य है . बहुत बहुत आभार  !!

जियो अनुष्का साल हजारों...
 
पैर धरा पर रखो जमाकर
आसमान पर नजर टिकाकर.. 
पंख हौसलों के संग लेकर-
मंजिल को छू लौटो फिर-फिर.
वंदन करलो अरे बहारों...
 
राजकुमारी रानी की तुम.
बहुत लाडली नानी की तुम..
नाक में दम भी कर देती हो-
नव मिसाल शैतानी की तुम..
अर्चन करलो दिव्य नज़ारों...
 
अपनी हिम्मत कभी न हारो.
नियति नटी को गढ़ो-सुधारो..
अपना तो सब साध रहे हैं-
तुम औरों के काम सुधारो..
शीश चढ़ो, धन्य हो हारों...
 
 आचार्य संजीव 'सलिल'
 
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Monday, April 25, 2011

मेरा जन्मदिन 26th अप्रेल {Its My Birth Day }

आज 26th अप्रेल मेरा बर्थ डे है ....... आज मैं पुरे ४ साल की हो गई हूँ  !!

"देखा मैं न कहती थी मैं बड़ी हो गई हूँ"  :)
 
ममा का कहना है आज ही के दिन मैंने उन्हें दुनिया की सबसे बड़ी पदवी से नवाज़ा था इसलिए ये उनके जीवन का सबसे खुबसूरत दिन है और मैं उनका अनमोल धन . आज ममा ने मुझे एक खास गिफ्ट दिया है जो मैं आप सभी से शेयर कर रही हूँ .......वैसे तो और भी कई सरप्राईजेज़ और गिफ्ट है मेरे लिए लेकिन, इस फोटो स्लाइड शो मैं ममा ने मेरी बहुत प्यारी प्यारी आदाओं को सजाया है और खास आज ही के दिन इसे लाइव किया गया है . इसका नाम है ..."परी हूँ मैं"
वो तो मैं हूँ ही :)
अभी तो आप सब ये देखिये जन्मदिन पर और क्या क्या खास किया सब बताउंगी .....



Wednesday, April 6, 2011

माय फेमिली -------मेरी ड्राइंग {My Family ----My Drawing}

मैंने बहुत अच्छे से माय फेमिली ड्रा की है आप देखिये
इसमे ममा पापा है . पापा के एक हाथ में बलून और एक हाथ में मेरे लिए टेडी है . निचे मैं हूँ और मेरे एक हाथ को चाचू ने पकड़ा है और दुसरे हाथ से मैंने अपने छोटे भाई (मामा का बेटा ) अर्युश को पकड़ा हुआ है . निचे एक तरफ माई डैडीजी (नाना नानी ) है और दूसरी और सबसे बड़े मामा, नितिन मामा है . अभी सबके नाम की स्पेलिंग्स नहीं आती है न मुझे इलिए इनिशियल ही लिखे है :)

Tuesday, March 29, 2011

पहला परफोर्मेंस पहली ट्रोफी.....कुछ झलकियाँ और वीडियो

जैसा कि पिछली पोस्ट्स में ज़िक्र चल रहा था २६ मार्च को होने वाले मेरे पहले डांस स्टेज परफोर्मेंस का सो निर्धारित दिन, स्थान और समय पर शिव शक्ति भरतनाट्यम डांस शो हुआ. इसमे प्रस्तुति देने वाले बहुत लोग थे बहुत बड़े भी और मेरी तरह भी . सबकी प्रस्तुति बहुत ही बेहतरीन रही, थिएटर पूरा भर गया था . मेरी प्रस्तुति को लेकर मामा थोडा नर्वस थी क्योकि मेरे साथी परफोरमर्स तो कम से कम ४-५ महीनो से प्रेक्टिस क्लास जारहे थे और मैंने तो बस ४ क्लास ही ली थी लेकिन मेरी गुरु दीपाली आंटी को मुझ पर पूरा भरोसा था आप सबके आशीर्वाद से मैं उस  विश्वास को कायम रख सकी ...बहुत अच्छा अनुभव रहा . ग्रीन रूम में जहाँ ४ घंटे मैं दुसरे परफोरमर्स के साथ थी बिना मामा पापा के सब लोगो ने मुझे बहुत प्यार किया और सबसे ज्यादा अच्छा मुझे तब लगा जब परफोर्मेंस के बाद दीपाली आंटी ने अपने हाथों से मुझे ट्रोफी भी दी ....बहुत अच्छा रहा सब कुछ :)

पहली प्रस्तुति

दूसरी प्रस्तुति ....हस्ता और श्लोका
 
गुरु दीपाली आंटी से ट्रोफी लेते हुए

पहली ट्रोफी :)
और ये है वीडियो जिसमे आप मेरे दोनों परफोर्मेंस और मुझे प्राईज़ लेते हुए देख सकते है  :




शो कि सारी तस्वीरें मेरे फेसबुक पेज पर उपलब्ध है    
http://www.facebook.com/album.php?id=148429008533704&aid=46351

Wednesday, March 16, 2011

शिव शक्ति नृत्य समारोह ब्रोशर तैयार -------आमंत्रण

जेम्स आर्मस्ट्रोंग थिएटर में २६ मार्च को होने वाले शिव शक्ति नृत्य समारोह के ब्रोशर (brausher )तैयार हो गए है . नृत्य क्षेत्र भरतनाट्यम डांस स्कूल की और से आयोजित होने वाला यह समारोह मेरे लिए बहुत ख़ास है क्योकि यह मेरा पहला स्टेज परफोर्मेंस होगा ....आप सब भी सादर आमंत्रित है . ज़रूर आइयेगा . 
वैसे मुझे यह पता है कि आप सभी का प्यार और आशीर्वाद मेरे साथ ही होगा जो मेरा उत्साह वर्धन करेगा .
ममा पापा को तो आजकल बहुत चिंता है क्योकि इन दिनों मुझे वाइरल हुआ है जिसके कारण प्रेक्टिस ठप्प है और कमजोरी भी आगई है .
मुझे यकीं है ईश्वर कृपा और आप सबके आशीर्वाद से तो मैं जल्द ही चुस्त होकर बहुत उत्साह के साथ इस समारोह में प्रस्तुति दूंगी .
अब आप देखिये ये तस्वीरे जहाँ मेरा नाम भी छपा है :) 



Sunday, March 13, 2011

घुंघरू पूजन-------------अनुष्का

मेरी पिछली पोस्ट में आपने देखा नृत्य क्षेत्र में मेरा पहला दिन ....आज मैं आपको बता रही हूँ मेरी गुरु दीपाली आंटी के द्वारा दिया गया पहला उपहार, उनका प्यार और आशीर्वाद मेरे पहले घुंघरू के रूप में . मेरी अगली क्लास में आंटी ने की घुंघरू पूजन और मैंने पाए आपने पहले घुंघरू जिन्हें देखते ही मैं बहुत खुश हो गई . घर आते ही मैंने दादू , दादी को ऑनलाइन अपने घुंघरू दिखाए और बहुत छम छम डांस किया ...सारा घर गूंज उठा !!
ये है कुछ झलकियाँ ...


Tuesday, March 8, 2011

नृत्यक्षेत्र ----पहला दिन

डांस के प्रति मेरे लगाव को देखते हुए ममा-पापा ने मुझे पिछले हफ्ते डांस स्कूल "नृत्य क्षेत्र " (भरतनाट्यम डांस) में एनरोल करा दिया है . वैसे तो हम लोग वहाँ बस इस बारे में जानकारी ही लेने गए थे ....लेकिन संयोग और प्रभू कृपा से मुझे गुरु सानिध्य प्राप्त हुआ .
जब मेरी टीचर दीपाली आंटी ने मुझे देखा उन्हें भी लगा मैं छोटी हूँ लेकिन उन्होंने भी जब मुझे कुछ करने को कहा और मैंने भी उनके इंस्ट्रकशनस अच्छे से माने तो वो बहुत खुश हुई और उन्होंने मुझे अपनी शिष्या बना ही लिया .....ममा पापा के लिए और मेरे लिए बहुत ही ख़ुशी की बात यह है कि मेरी पहली ही क्लास में मेरी गुरु ने यह तय कर लिया को वो इस माह की २६ तारीख को आयोजित होने वाले उनके स्टेज शो में दुसरे शिष्यों के साथ मुझे भी स्टेज पर ले जाएंगी . जब उन्होंने मुझे अच्छे से  यह सब बताया तब से मैं बहुत एक्साइटेड हूँ  :)

यह है मेरे पहले दिन के कुछ फोटोस ....




  

 
  





Wednesday, March 2, 2011

महा मृत्युंजय मंत्र सहित ५ संस्कृत श्लोक

आज महा शिवरात्रि के शुभ दिन मैं आप सभी को शिव जी का खास महा मृत्युंजय मंत्र सुना रही हूँ  . आप सभी को यह जान कर बहुत ख़ुशी होगी कि इस मंत्र सहित मुझे अब ६ से भी ज्यादा संस्कृत के श्लोक कंठस्थ हो गए है . आज आप इस वीडियो में सुनिए मेरे श्लोक जिनमे महा मृत्युंजय मंत्र सहित ५ संस्कृत श्लोक है .जो यह है ....

१ . सर्वे भवन्तु सुखिनः। सर्वे सन्तु निरामयाः।
     सर्वे भद्राणि पश्यन्तु। मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्॥

२. ॐ भूर्भुवस्वः । तत सवितुर्वरेण्यं ।
    भर्गो देवस्य धीमहि । धियो यो नः प्रचोदयात ॥

३.  ॐ त्रयम्बकं यजामहे सुगन्धिँ पुष्टिवर्धनम्, 
     उर्वारूकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात् ।

४. गुरु: ब्रह्मा गुरु: विष्णु: गुरु: देवो महेश्वर: l
    गुरु: साक्षात् परब्रह्म: तस्मै श्री गुरुवे नम: ll

५. वक्रतुंड महाकाय कोटिसूर्यसमप्रभ ।
    निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा ॥



आप सभी को महा शिवरात्री  की हार्दिक शुभकामनाएँ.

Friday, February 25, 2011

देखिये मेरा डांस ----ओ पिया , लेके डोली आ :)

आज आप सबको अपना पहला डांस वीडियो दिखा रही हूँ ....वैसे पहला डांस तो मैंने मंगलम गणेशं से शुरू किया था लेकिन यह पहला डांस है जो अच्छे से रिकार्ड किया गया . सब लोग कहते है बिना किसी डांस क्लास गए ही मैं अच्छा डांस कर लेती हूँ ....यह डांस देख कर ममा को सबकी ओर से बहुत प्रेशर आरहा है मुझे डांस स्कूल भेजने के लिए ताकि मैं और अच्छे से डांस करूँ ...अब आप देखें और बताएं आपको केसा लगा मेरा यह डांस ...



Wednesday, February 16, 2011

मुझे भी मिला वेलेनटाइन गिफ्ट

वेलेन टाइन डे पर स्कूल में तो टीचर ने हमें बहुत अच्छे अच्छे गाने सुनाए और सिखाए भी . मीस सिंडी बता रही थी कि वेलेन टाइन डे पर हम अपने बेस्ट फ्रेंड को हार्ट गिफ्ट देते है हग्स भी देते है :)
हम सभी बच्चों ने अपने अपने ममा पापा के लिए हेंगिंग हर्ट्स बनाए . मैंने भी ममा के लिए छोटा और पापा के लिए बड़ा पिंक हार्ट बनाया .....पिंक इसलिए क्योकि यह मेरा मन पसंद रंग है . अब मुझे ममा पापा ने जो गिफ्ट दिया वो मैं आपको बताती हूँ ....

पापा ने गिफ्ट में दिया एक प्यारा सा पिंक टेडी और हार्ट बलून



और ममा ने मुझे गिफ्ट दी पिंक ड्रेस और चोकलेट हार्ट ....!!


कुल मिला कर वेलेन टाइन डे बहुत अच्छा रहा, मुझे अपने गिफ्ट्स बहुत पसंद आए और ममा पापा को मेरा ....इसी बात पर कुछ मीठा हो जाए :D

यम यम यम

Tuesday, February 15, 2011

सिली बिली "ईवा"-----------लर्निंग न्यू थिंग्स


आज कल घर और स्कूल में काफी कुछ नया नया सिखने को मिल रहा है और इसी लर्निंग में सब के लिए कुछ मज़े की बातें भी निकल आई . स्कूल में इन दिनों सप्ताह के सात दिनों के नाम सिखाए जारहे है .अब अच्छी बात यह है कि मुझे सप्ताह के सात दिनों के नाम याद हो गए लेकिन मज़े की बात यह है कि जिस दिन हमें यह सात दिनों के नाम वाली पोयम सिखाई जाती है उस दिन ट्यूस डे होता है इसलिए पोयम के अंत में हम बोलते है 'टू डे इज ट्यूस डे', तो अब मुझे सात दिन के नाम याद होने के बावजूद हर दिन मेरे लिए ट्यूस डे है .......ममा चाहे कितना भी सिखाए लेकिन जो मीस सिंडी (टीचर ) कहे वही वेद वाक्य है .
ऐसे ही घर पर जब रोज़ रात को साड़े ग्यारह बजे पापा की वार्निग मिलती है ..........."चलो चलो साड़े ग्यारह बज गए सो जाओ, सुबह स्कूल जाना है न" तो बस यह समय अब मुझे रट गया है. अब कभी कोई भी किसी से या मुझसे समय पूछता है कि कितनी बजी है ??

मैं कहती हूँ साड़े ग्यारह ....फिर कोई कितना भी सुधारे हम मानने वाले नहीं है :D

गुड न्यूज़ यह है कि पापा कहते है मेरी घड़ी पुरे दिन में दो बार सही टाईम बताती है ...है न कमाल की बात !!
मगर ममा तो फिर भी मुझे सिली बिली "ईवा" ही कहती है अब बताइए भला मैं तो इतनी इंटेलिजेंट हूँ ममा को सिली क्यों लगती हूँ पता नहीं !!!

एक और ख़ास बात कहनी है आप सब से : आप सभी के प्यार और आशीर्वाद का कमाल है, ममा अब ठीक है. हाँ मगर मेरी डॉक्टरी भी कमाल की है  :)

Friday, February 11, 2011

डॉक्टर सेट बना फेवरेट टॉय----------अनुष्का

आज बहुत दिनों बाद आप सब से बात हो पा रही है .........क्या करू पिछले कई दिनों से ममा की तबियत ठीक नहीं है इसी कारण उनके ब्लॉग पर उनका और मेरे ब्लॉग पर उनके माध्यम से मेरा आप सब से सम्पर्क कम हो गया है . इन दिनों काफी कुछ नया सिखा भी है मैंने, अब ममा जल्दी से ठीक हो तो आपको बताऊ ......
अभी तो कई दिनों से डॉक्टर और अस्पताल के चक्कर लग रहे है . जब भी मैं ममा का डॉक्टर चेकअप देखती हूँ . बहुत ध्यान से सब कुछ देखती हूँ फिर घर आकर मैं डॉक्टर बन जाती हूँ और ममा का इलाज करने लगती हूँ . आजकल यही मेरा फेवरेट गेम हो गया है . पापा ने मुझे एक बहुत अच्छा सा डॉक्टर सेट भी लाकर दिया है .वैसे तो ममा भी यही कहती है कि मैं उनकी सबसे अच्छी डॉक्टर हूँ ....मेरे इलाज करने से उनके सारे दर्द गायब हो जाते है तो बस मैं अब जल्दी से उन्हें ठीक कर दूँ फिर आपको ढ़ेर सारी बातें बताऊँगी .........!!

Friday, January 28, 2011

खेल का खेल और गीत का गीत ----------रेल गाड़ी

जब मैं एक साल की थी तब ममा ने मेरे खेल और मौज मस्ती के लिए यह गीत बनाया था ---रेल गाड़ी . अब तो यह मेरा मन भवन खेल बन गया है.  रेल में बैठना और रेल देखना मुझे बहुत पसंद भी है . कई बार पापा मुझे बस रेल में बिठाने के लिए लॉन्ग आईलेंड से न्यूयार्क और तुरंत न्यूयार्क से लॉन्ग आईलेंड मुझे ले जाते थे . आज मैं ये मेरा मन पसंद बाल गीत आपके लिए लाई हूँ .

रेल गाड़ी

 झक पक छुक छुक
झक पक छुक छुक
रेल चली भाई, रेल चली

नदियाँ के पार चली
चढ़ के पहाड़ चली
दरिया के पीछे
जंगल के अन्दर
नाचे मोर, झूमे बन्दर


झक पक छुक छुक
झक पक छुक छुक
रेल चली भाई, रेल चली

नगर नगर चली डगर डगर चली
गाँव गाँव चली शहर शहर चली
घड़ी घड़ी चली प्रहर प्रहर चली 

 
झक पक छुक छुक
झक पक छुक छुक
रेल चली भाई, रेल चली

हर मौसम में आती जाती
हम को सारा देश घुमाती
रेल से जो कोई आता जाता
नए नए वो मित्र बनाता

 
झक पक छुक छुक
झक पक छुक छुक
रेल चली भाई, रेल चली......

Friday, January 21, 2011

मेरी सवारी -------मेरा डोरा स्कूटर

इन दिनों मुझे सबसे ज्यादा शौक लगा हुआ है ....स्कूटर चलाने का . जब भी मौका मिलता है, ममा को पटा कर मैं निकल जाती हूँ उनके साथ . कई बार तो चलाते चलाते पैर दर्द होने लगता है तो दुसरे पैर से शुरू हो जाती हूँ . फिर जब दूसरा पैर भी दर्द करने लगता है तब भी मैं घर नहीं आती .....२ मिनिट का ब्रेक लेती हूँ और ममा से कहती हूँ मेरे पैर दबाइए और फिर शुरू . कई बार तो स्कूल  से आते ही मेरा मन स्कूटर चलाने को करता है ....
ये मेरी स्कूटर राइडिंग की कुछ झलकियाँ :




Wednesday, January 5, 2011

नए साल का नया कैलेंडर

नया साल आते ही पहला काम जो हम करते है वो है, पुराने साल का कैलेंडर हटा कर नए साल का कैलेंडर लगाना ...सब लोग अपनी पसंद के सुन्दर सुन्दर कैलेंडर लाते है ....इस साल मेरी टीचर की मदद से मैंने ममा का यह काम बहुत आसान कर दिया है .न्यू इयर पर उनको गिफ्ट में दिया नया कैलेंडर . जी हाँ, मैंने बनाया स्कूल में टीचर की मदद से . हालांकि काफी मेहनत उन्होंने की है लेकिन ममा तो यह गिफ्ट देख कर बहुत बहुत खुश हुई . तो यह है हमारा नए साल का नया कैलेंडर :


Sunday, January 2, 2011

होलीडे रिपोर्ट {Holiday report}--------------आइस स्केटिंग

छुट्टियों में पापा मम्मी और चाचू के साथ बहुत मज़े किये कल से छुट्टियाँ ख़त्म लेकिन ये होलिडेस मेरे लिए बहुत यादगार रहेंगे क्योकि इनमे मैंने बहुत मज़े किये ....सेंटा मोनिका सिटी में बोट परेड देखी-जगमाती हुई बड़ी बड़ी बोट्स में बहुत ही मनमोहक संगीत के साथ एकदम निराले अंदाज़ में सभी लोग दर्शकों को न्यू इयर वीशेस दे रहे थे...बहुत ही सुन्दर नज़ारा था .


 

उसके बाद हम लोग गए आइस स्केटिंग करने ......ये मेरे लिए पहली बार था इसलिए शुरू शुरू मुझे थोडा डर भी लग रहा था ...पापा ने मेरे लिए बिगनर्स वाले डबल स्केट्स लिए थोड़ी सी प्रेक्टिस के बाद चाचू के साथ मैंने आइस स्केटिंग बहुत एन्जॉय किया ....अब तो मुझे इसका शौक लग गया है ५-६ बार की प्रेक्टिस में में बहुत इंडीपेंडडेंट हो जाऊँगी....

 

 
 
 

आगे की बाते कल बताउंगी अभी जाना है . आज मेरी ममा का बर्डे है न बहुत काम करने है मुझे :)