मेरा बचपन मेरी मम्मा की नज़र से...

Tuesday, October 5, 2010

पहला रक्षाबंधन -------------अनुष्का

 

मैं लगभग ५ माह की होने को थी. सारे घर में रोल होकर घूमना तो आता ही था साड़े चार माह में मैंने खुद से बैठना भी शुरू कर दिया था. मम्मा और डाक्टर आंटी दोनों ही मेरी प्रोग्रेस से बहुत खुश थे लेकिन इन दिनों मम्मा की तो आफत हो गई थी ...मैं रातों को बार बार जगाने लगी और दिन मैं भी सोना कम होगया ...अक्सर चीड़ चीड़ मची रहती थी . मम्मी तो एक दम परेशां थी लेकिन डाक्टर आंटी ने मम्मी को बताया अब मैं बड़ी हो गई थी हूँ सिर्फ दूध से ही मेरा पेट नहीं भरता अब मुझे थोड़े पल्पी फ़ूड की भी ज़रूरत है . अब मम्मा क्या करे माई ( नानीजी ) ने तो बताया था कि खाने कि शुरुवात "अन्न प्राशन संस्कार " से की जाती है इसे प्रतम भोज्य या बोटन भी कहते है और हमारे यहाँ तो यह मामा के हाथों होता है !!
मेरा पासपोर्ट तो अब रेडी था लेकिन पी. आई. ओ. कार्ड अब तक नहीं आया था . डाक्टर की सलाह से मम्मी मुझे सुबह शाम उबले फल और सब्जियों का पल्प देने लगी ....लोकी टमाटर और गज़र टमाटर का पल्प तो मेरा फेवरेट हो गया लेकिन बोइल्ड एप्पल और पियर मुझे पसंद नहीं आते थे मैं मूह बना बना कर खाती .
मम्मा ने रक्षाबंधन पर इण्डिया जाना प्लान किया था लेकिन अब लग नहीं रहा था कि ऐसा हो पाएगा मैं भी अपने भाई "अर्युश " ( मामा का बेटा ) से मिलने को बहुत बैचेन थी वो मुझसे बस २ माह ही तो छोटा है .
मेरा प्यारा भैया .....अर्युश

माई (नानी ) अर्युश को दुलार रही है ........मुझे भी , मुझे भी :(

फिर मम्मा ने और मैंने अपनी अपनी राखियाँ यही से भिजवा दी .मेरा भैया भी क्या कम है .....रक्षाबंधन के दिन के पहले ही उसने प्रथम राखी का प्रथम उपहार मेरे लिए भेजा . मेरे लिए प्यारी प्यारी ड्रेसेस और छुन छुन पायल :) जिन्हें पाकर मुझे बहुत ख़ुशी हुई
न्यू न्यू ड्रेस और छुन छुन  :D
ये ड्रेस भी सुन्दर है न !!

छोटा सा सुन्दर लहंगा तो जो देखता वाह वाह कह उठता. मुझे भी बहुत अच्छा लगा ...

मेरा पहला प्यारा लहंगा ....मेरे भैया का प्यार 

लेकिन मम्मा थोड़ा उदास थी . माई ने उन्हें समझाया कि अपने यहाँ तो जन्मअष्टमी तक राखी बाँधी जाती है तब तक तो कुछ  बात बन ही जाएगी .
ऐसे मनी पहली राखी

13 comments:

संजय भास्‍कर said...

Are waah!! Anushka..so cute...:)

संजय भास्‍कर said...

नन्ही परी बहुत प्यारी लग रही है ।

Saba Akbar said...

अनुष्का और अर्युश दोनों ही बहुत प्यारे लग रहे हैं.

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

सारी ड्रेसेस बहुत सुन्दर हैं ..और लंहगा तो बस कमाल का है ...पायल भी .:):)
छोटा भैया तो आँख भी नहीं खोल रहा ...नानी कि गोद में बहुत मज़ा आरहा है उसको ...:):)

प्यार सहित शुभकामनाएं

Alpana Verma said...

bahut hi sundar golu molu cute photo hain..
nayanabhiraam!

bhayya bhi bahut cute hai!

Dr. Zakir Ali Rajnish said...

अति सुंदर।

शरद कोकास said...

यह अर्युश दिन मे कितने घंटे सोता है ।

माधव( Madhav) said...

bahut sundar post

Udan Tashtari said...

दोनों प्यारे प्यारे!!

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

अनुष्का जी को बधाई!
--
आपकी इस पोस्ट की चर्चा
बाल चर्चा मंच पर भी की गई है!
http://mayankkhatima.blogspot.com/2010/10/21.html

Chaitanyaa Sharma said...

bhai bhi cute.... bahan bhi....bade pyaare tyonhar ki baat ki aj anushka...

पूनम श्रीवास्तव said...

Bahut sundar photo hai apki anushka ji----pyari pyari.

शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद'' said...

कितने प्यारे लग रहे हैं अनुष्का और अर्युश...
हमें तो ’छुन छुन पायल’ वाली अनुष्का ज़्यादा अच्छी लगी.