मैंने आपको बताया ही था कि इस बार अपने घर और फ्रेंड्स से दूर हमें दीपावली के दिन यहाँ बहुत अकेलापन महसूस हो रहा था . उधर न्यूजर्सी में हमारे जानने वालों को भी हमारी याद आरही थी . सारे दिन फोन पर बातों का दौर चलता रहा . इन्टरनेट की कृपा है कि इंदौर से दादू दादी और रावटी से माई((नानीजी ) डैडीजी (नानाजी ), मामासाब टाइम टाइम पर ऑनलाइन आते रहे . जिससे हमें थोड़ा अच्छा लगा . दीपावली के दिन शाम को ममा ने यही हमारे होटल सुइट में ही लक्ष्मी पूजन की तैयारिया की ....
मैंने भी ममा पापा के साथ लक्ष्मी देवी का पूजन किया . इस बार मेरा फेवरेट लहंगा जो डंडिया में , मैं मीस कर रही थी पापा अपनी ओफिश्यल विज़िट पर जब न्यूजर्सी गए थे तो अपने साथ लेकर आगए ...मैंने वही पहना था :)
पूजन को में भी तैयार हूँ ..!! |
जय माँ |
लेकिन पटाखें हम यहाँ नहीं जला सके, पर सुबह दादी ने मुझे वीडियो पर फुलझड़ी चला कर दिखाई थी ......तो ऐसी मनी दीपावली हमारी ..!!!
10 comments:
देखा अनुष्का, अपनों के साथ से बढ़कर खुशी कोई नहीं होती...
आपने लिखा-
सुबह दादी ने मुझे वीडियो पर फुलझड़ी चला कर दिखाई थी.
और मालूम है...
और जब आप मुस्कुराती हैं, तो हम सब फुलझड़ी का आनन्द लेते हैं. हा हा हा
अनुष्का ऐसे ही लिखती रहो. और फेवरेट लहंगा मैं तो बहुत ही सुंदर लग रही हो. दिवाली का मज़ा अपनों के साथ ही अता है.
बहुत-बहुत शुभकामनाएँ एवं आशीर्वाद!
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आपकी पोस्ट की चर्चा बाल चर्चा मंच पर भी
की गयी है!
http://mayankkhatima.blogspot.com/2010/11/28.html
बहुत बढिया रिपोर्टिंग .. शुभकामनाएं !!
अनु ! बहुत अच्छी रिपोर्ट दी तुमने तो.और इस लहंगे में तो बहुत ही अच्छी लग रही हो.
सब कुछ बहुत अच्छा लगा.....ख़ास कर वो पूजा की टेबिल पर बनी रंगोली और तुम्हारी बेबी डॉल भी.
हमेशा हंसती मुस्कुराती रहो और खुश रहो....:)
बहुत प्यारी लग रही हो इस ड्रेस में ..दिवाली की रिपोर्ट बहुत बढ़िया रही :)
अनुष्का, तुमने दीवाली कैसी मनाई, यह इन तस्वीरों में अच्छी तरह से दिखाई दे रहा है...तुम्हारी सारी तस्वीरें अच्छी हैं...आशीर्वाद।
अपने फेवरेट लहंगे में बहुत अच्छी लग रही हो.और रिपोर्टिंग भी बढ़िया की है..
अरे वा !
Bahut khubsurat Anuskha
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