मेरा बचपन मेरी मम्मा की नज़र से...

Friday, January 28, 2011

खेल का खेल और गीत का गीत ----------रेल गाड़ी

जब मैं एक साल की थी तब ममा ने मेरे खेल और मौज मस्ती के लिए यह गीत बनाया था ---रेल गाड़ी . अब तो यह मेरा मन भवन खेल बन गया है.  रेल में बैठना और रेल देखना मुझे बहुत पसंद भी है . कई बार पापा मुझे बस रेल में बिठाने के लिए लॉन्ग आईलेंड से न्यूयार्क और तुरंत न्यूयार्क से लॉन्ग आईलेंड मुझे ले जाते थे . आज मैं ये मेरा मन पसंद बाल गीत आपके लिए लाई हूँ .

रेल गाड़ी

 झक पक छुक छुक
झक पक छुक छुक
रेल चली भाई, रेल चली

नदियाँ के पार चली
चढ़ के पहाड़ चली
दरिया के पीछे
जंगल के अन्दर
नाचे मोर, झूमे बन्दर


झक पक छुक छुक
झक पक छुक छुक
रेल चली भाई, रेल चली

नगर नगर चली डगर डगर चली
गाँव गाँव चली शहर शहर चली
घड़ी घड़ी चली प्रहर प्रहर चली 

 
झक पक छुक छुक
झक पक छुक छुक
रेल चली भाई, रेल चली

हर मौसम में आती जाती
हम को सारा देश घुमाती
रेल से जो कोई आता जाता
नए नए वो मित्र बनाता

 
झक पक छुक छुक
झक पक छुक छुक
रेल चली भाई, रेल चली......

Friday, January 21, 2011

मेरी सवारी -------मेरा डोरा स्कूटर

इन दिनों मुझे सबसे ज्यादा शौक लगा हुआ है ....स्कूटर चलाने का . जब भी मौका मिलता है, ममा को पटा कर मैं निकल जाती हूँ उनके साथ . कई बार तो चलाते चलाते पैर दर्द होने लगता है तो दुसरे पैर से शुरू हो जाती हूँ . फिर जब दूसरा पैर भी दर्द करने लगता है तब भी मैं घर नहीं आती .....२ मिनिट का ब्रेक लेती हूँ और ममा से कहती हूँ मेरे पैर दबाइए और फिर शुरू . कई बार तो स्कूल  से आते ही मेरा मन स्कूटर चलाने को करता है ....
ये मेरी स्कूटर राइडिंग की कुछ झलकियाँ :




Wednesday, January 5, 2011

नए साल का नया कैलेंडर

नया साल आते ही पहला काम जो हम करते है वो है, पुराने साल का कैलेंडर हटा कर नए साल का कैलेंडर लगाना ...सब लोग अपनी पसंद के सुन्दर सुन्दर कैलेंडर लाते है ....इस साल मेरी टीचर की मदद से मैंने ममा का यह काम बहुत आसान कर दिया है .न्यू इयर पर उनको गिफ्ट में दिया नया कैलेंडर . जी हाँ, मैंने बनाया स्कूल में टीचर की मदद से . हालांकि काफी मेहनत उन्होंने की है लेकिन ममा तो यह गिफ्ट देख कर बहुत बहुत खुश हुई . तो यह है हमारा नए साल का नया कैलेंडर :


Sunday, January 2, 2011

होलीडे रिपोर्ट {Holiday report}--------------आइस स्केटिंग

छुट्टियों में पापा मम्मी और चाचू के साथ बहुत मज़े किये कल से छुट्टियाँ ख़त्म लेकिन ये होलिडेस मेरे लिए बहुत यादगार रहेंगे क्योकि इनमे मैंने बहुत मज़े किये ....सेंटा मोनिका सिटी में बोट परेड देखी-जगमाती हुई बड़ी बड़ी बोट्स में बहुत ही मनमोहक संगीत के साथ एकदम निराले अंदाज़ में सभी लोग दर्शकों को न्यू इयर वीशेस दे रहे थे...बहुत ही सुन्दर नज़ारा था .


 

उसके बाद हम लोग गए आइस स्केटिंग करने ......ये मेरे लिए पहली बार था इसलिए शुरू शुरू मुझे थोडा डर भी लग रहा था ...पापा ने मेरे लिए बिगनर्स वाले डबल स्केट्स लिए थोड़ी सी प्रेक्टिस के बाद चाचू के साथ मैंने आइस स्केटिंग बहुत एन्जॉय किया ....अब तो मुझे इसका शौक लग गया है ५-६ बार की प्रेक्टिस में में बहुत इंडीपेंडडेंट हो जाऊँगी....

 

 
 
 

आगे की बाते कल बताउंगी अभी जाना है . आज मेरी ममा का बर्डे है न बहुत काम करने है मुझे :)