| वेगास में बने एफिल टावर होटल कसीनो से जगमगाता लॉस वेगास का दृश्य | 
पिछले कुछ महीनो से पापा बहुत बिज़ी चल रहे थे लेकिन अक्सर विकेंड्स में समय  निकल कर हमको किसी ना किसी अच्छी जगह घुमाने ज़रूर लेजाया करते है .....इस  वीकेंड पापा को काम से थोड़ी राहत मिली तो २ दिन की छुट्टी लेकर वो हमें एक  लम्बी आउटिंग पर लेकर गए ....मम्मी पापा और मैंने एक साथ बहुत अच्छा समय  बिताया और नई नई जगह घूमी . ढेर सारी नई चीजें देखने को मिली ५ दिन में हम  लोग ४ राज्यों से गुज़रे ....नेवाडा, एरिज़ोना, यूटा और केलिफोर्निया बहुत सारी मस्ती और अलग अलग अनुभव मिले ....मैंने सबसे ज्यादा मज़ा वेगास में  किया वहाँ की जगमगाहट  और तरह तरह की बिल्डिंग्स मुझे बहुत लुभा रही थी .
| स्ट्रेटोस्फेयर टावर यह लगभग २०० मंजिली इमारत है | 
| १८० मज़िल के ऊपर जाकर निचे सब कुछ छोटा छोटा हो गया है | 
| ऊपर थ्रिल राइड्स चलती है | 
इस टावर के ऊपर थ्रिल राइड्स चलती है जिनमे बैठ कर लगता है हम इतनी ऊपर से निचे गिर जाएंगे .....मुझे तो देख कर ही डर लगा लेकिन पापा ने इनका भी अनुभव लिया ....तब तक मैने ओब्ज़र्वेशन पॉइंट पर भी धमाल मचाई .
| सर्कस सर्कस होटल | 
| मेरा मेरी गो राउंड युनिकोन | 
| वेगास कि जगमगाती शाम | 
| सुन्दर सुन्दर बिल्डिंग्स और अच्छे अच्छे शोस | 
| रेंफोरेस्ट केफ़े | 
| काश ये असली होते | 
| एम एन एम वर्ल्ड से ढ़ेर सारी चोकलेट्स आई और खाई भी | 
| यह भी एमएन एम केंडी से ही लिखा है | 
| शाम को एफिल टावर के ऊपर | 
 
 
17 comments:
बहुत सही....हम पिछले साल इसी समय तो वहाँ थे.. :)
रोशनी ही रोशनी
बहुत सुन्दर
तुम्हारे साथ तो हम भी घूम आये :):)
अनुष्का बहुत खूबसूरत शहर है तो हमे कब बुला रही हो अपने पास? खुश रहो बस। बहुत बहुत आशीर्वाद।
क्या शहर है , दिल ललचा गया देखकर .
जा नहीं सकते तो क्या हुआ , अनुष्का के जरिये तो घूम ही रहा हूँ .
क्या शहर है , दिल ललचा गया देखकर .
जा नहीं सकते तो क्या हुआ , अनुष्का के जरिये तो घूम ही रहा हूँ .
अले वाह, हम भी घूमने आएंगे...
ईवा दीदी, बहुत मज़ा आया आपके साथ घूम कर. आपने भी मेरे साथ सारनाथ घूमा कि नही ?
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शानदार नज़ारे!
आँखों में बस गए सारे!
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अनुष्का जी, तुम्हारे साथ साथ हमने भी लास वेगास की सैर कर ली । तुम्हारे सारे चित्र बहुत खूबसूरत हैं।...शुभकामनाएं।
क्या शहर है, दिल ललचा गया देखकर.
अरे वाह!
बहुत सुन्दर!
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इसकी चर्चा तो बाल चर्चा मंच पर भी है!
http://mayankkhatima.blogspot.com/2010/10/20.html
तुम्हारे साथ तो हम भी घूम आये :)
अनुष्का तुम्हारे सारे चित्र बहुत खूबसूरत हैं।.........शुभकामनाएं।
इसे देखकर लगता है दुनिया मे मनुष्य ने कितनी तरक्की की है
ओह अनुष्का, देखते देखते ताऊ की तो आंखे ही चुंधिया गई. बहुत प्यार.
रामराम
येल्लो...एक साथ चार स्टेट देख लिए...
अरे इतनी ऊंचाई...हमें तो देखकर ही डर लग रहा है...
कितनी अच्छी लग रही है हर फोटो में प्यारी सी अनुष्का...
इतनी सारी चाकलेट खाई...देखो दांतों का भी ध्यान रखना है आपको...
समझी कि नहीं.
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